बिज़नेस

Edible Oil Price Hike: सर्दियों में बढ़ गए खाने के तेल के दाम

इतनी बढ़ी कीमतें, रसोई बजट बिगड़ा

Edible Oil Price Hike: पिछले कुछ महीनों से स्थिर तेल की कीमतें मुद्रास्फीति से प्रभावित हुई हैं। केंद्र सरकार ने बढ़ती कीमतों के कारण सोयाबीन पर 20 प्रतिशत आयात शुल्क लगा दिया है। इन सब घटनाक्रमों के कारण खाद्य तेल की कीमत में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हो गई है। नवी मुंबई के एपीएमसी बाजार में खाद्य तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले कुछ दिनों में खाद्य तेल की कीमत में काफी वृद्धि हुई है। कारोबारियों ने बताया कि तेल के दाम में 20 से 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।

दो साल पहले देश में मुद्रास्फीति बहुत बढ़ गई थी। पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ गई हैं। इसके अलावा, खुदरा मुद्रास्फीति में भी वृद्धि हुई है। इससे केंद्र सरकार की नीतियों के बारे में जनता की चिंताएं बढ़ गई हैं। उस समय पाम ऑयल और अन्य तेल अन्य देशों से आयात किये जाते थे। Edible Oil Price Hike

वाशी स्थित एपीएमसी बाजार में प्रति माह 7 से 8 टन तेल आयात किया जाता है। लेकिन जैसे-जैसे मांग बढ़ी, तेल का प्रवाह कम होता गया। अधिक मांग और कम आपूर्ति के कारण खाद्य तेल की कीमत में वृद्धि हुई है। एपीएमसी व्यापारियों ने कहा कि तेल की कीमतों में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। Edible Oil Price Hike

सूरजमुखी तेल की कीमत भी बढ़ी:
सूरजमुखी तेल की कीमत पहले 120 रुपये प्रति किलोग्राम थी। अब प्रति किलो कीमत 20 रुपये बढ़कर 140 रुपये प्रति किलो हो गई है। पाम तेल की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। पाम तेल का भाव भी 35-40 रुपए बढ़कर फिलहाल 135-140 रुपए पर पहुंच गया है। सोयाबीन तेल 115-120 रुपये प्रति किलोग्राम से सीधा 130-135 रुपये पर पहुंच गया है। प्रति किलोग्राम 20 रुपये की कीमत में वृद्धि हुई है। सर्दियों के दौरान उपभोक्ताओं को अधिक कीमत पर तेल खरीदना पड़ता है। Edible Oil Price Hike

Khabri Patrakar

प्रिंट, साइबर और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 10 वर्षों से ज्यादा समय से सक्रिय। राजनीति, स्पोर्ट्स और पॉजिटिव खबरों में गहरी रुचि। KHABRI PATRAKAR

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